जयसूर्या का रिकॉर्ड टूटने पर निसांका की बड़ी प्रशंसा

 



पल्लेकेले स्टेडियम में खेले गए मैच में पथुम निसांका ने अपनी शानदार बैटिंग के साथ चर्चा में आने का सामर्थ्य दिखाया। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 139 गेंदों पर 210 रन बनाए, जिसमें 8 छक्के और 20 चौके शामिल थे। इसमें वह तीसरे सबसे तेज दोहरे शतक की ओर बढ़े, जो बड़ी बात है। जयसूर्या की 2000 में शारजाह में भारत के खिलाफ 189 रन की पारी थी, जो उनका व्यक्तिगत स्कोर था और जो उस समय का सर्वोच्च था। इस बड़े रिकॉर्ड को टूटने पर निसांका को मिली प्रशंसा और उन्होंने इसे बड़ी सराहना का पात्र माना। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने इतिहास रचते हुए एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की और पूरी भीड़ ने इस शानदार पारी की सराहना की। इस मैच में निसांका ने बल्ले को बहुतेजी से खेलते हुए अपने नाम को दोहरा शतक वाले बल्लेबाजों की सूची में शामिल कर लिया और वनडे क्रिकेट में दसवें बल्लेबाज के रूप में उभरे। पथुम निसांका ने अपनी शानदार प्रदर्शनी के माध्यम से एक और विशेष उपलब्धि हासिल की है, जिससे क्रिकेट जगत में उनका नाम और महत्व बढ़ा है। इसमें उन्होंने न केवल अपना खुद का रिकॉर्ड बनाया बल्कि उन्होंने श्रीलंका को भी एक बड़ी जीत दिलाई है।

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