हृदय स्वास्थ्य की रक्षा: आयुर्वेद से लेकर लहसुन, अनार, और अर्जुन छाल चाय तक, ये 3 चीजें बना सकती हैं आपके दिल के लिए एक सुरक्षा कवच


 दिल, हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा, जिसे संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। आजकल हार्ट अटैक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, और इससे बचाव के लिए हमें सही आहार अपनाना बेहद आवश्यक है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने हमें बताया है कि इस खतरे से बचने के लिए हमें अपनी दिनचर्या में कुछ खास चीजें शामिल करनी चाहिए।

1) लहसुन - हृदय की रक्षा का अद्भुत तरीका

लहसुन वातावरणीय गुणों से भरपूर होता है और इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं। इसमें विटामिन सी, बी 6, मैंगनीज, और सेलेनियम के साथ एलिसिन नामक एक केमिकल होता है, जो एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट है। लहसुन हृदय को उत्तेजित करता है, ब्लड फ्लो में सुधार करता है और रक्त वाहिकाओं के अंदर कोलेस्ट्रॉल के जमाव को कम करता है। आप रोजाना आधा या 1 कच्चा लहसुन कुचलकर, खाली पेट या खाने से पहले इसे ले सकते हैं। इसे 8-12 सप्ताह तक नियमित रूप से खाने से हृदय को बहुत फायदा होता है।

2) अनार - हार्ट हेल्थ का सफल रखवा

अनार भी हृदय के लिए एक शानदार फल माना जाता है। इसमें ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल का स्तर कम होता है जबकि एचडीएल का स्तर बढ़ता है, जिससे हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। आप रोजाना नाश्ते में 1 अनार खा सकते हैं या हफ्ते में 2-3 बार इसे शामिल कर सकते हैं।

3) अर्जुन छाल चाय - हृदय का सबसे अच्छा दोषनिषेधक

अर्जुन छाल चाय हृदय के लिए एक अत्यंत प्रभावी आयुर्वेदिक टॉनिक है। इसकी ठंडी प्रकृति, कसैला स्वाद और पचाने में आसान गुण कफ और पित्त दोषों को संतुलित करने में मदद करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और आपके दिल को स्वस्थ रखता है। आप इसे बनाने के लिए 100 मिलीलीटर पानी और 100 मिलीलीटर दूध में 5 ग्राम अर्जुन की छाल का पाउडर मिलाकर उबाल सकते हैं। इसे छानकर, सोते समय या सुबह-शाम खाने से 1 घंटा पहले पीना चाहिए।

डॉक्टर दीक्षा भावसार का कहना है कि ये आहार सामग्री हमेशा के लिए नहीं, बल्कि सही लाइफस्टाइल के साथ मिलाकर ही हमें दिल की सुरक्षा मिल सकती है। इसलिए, स्वस्थ खानपान और नियमित रूप से इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर हम अपने दिल को हमेशा स्वस्थ रख सकते हैं।

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